"बौद्ध विवाह.कॉम के बारे में"


यह पोर्टल क्यों बनाया गया? इसका क्या उद्देश्य है? आइये विस्तार पूर्वक समझते हैं


नमो बुद्धाय : विवाह की बढ़ती उम्र पर खामोशी क्यों: दरअसल समाज में 25 से 35 साल के युवक युवतियां कुंवारे बैठे है, फिर मौन क्यों हैं, कुंवारे बैठे लड़के-लड़कियों की एक गंभीर समस्या आज सामान्य रुप से सभी समाजों में उभर के सामने आ रही है। इसमें उम्र तो एक कारण है ही मगर समस्या अब इससे भी कहीं आगे बढ़ गई है, क्योंकि 25 से 35 साल तक की लड़के-लड़कियां भी कुंवारें बैठे हुए हैं। इससे स्पष्ट है कि इस समस्या का उम्र ही एकमात्र कारण नहीं बचा है। ऐसे में लड़के लड़कियों के जवां होते सपनों पर न तो किसी समाज के कर्ता-धर्ताओं की नजर है और न ही किसी रिश्तेदार और सगे संबंधियों की।

 

हम सेटल हैं ! दूसरों से क्या लेने-देना :

 

हमारी सोच कि हमें क्या मतलब है में उलझ कर रह गई है, बेशक यह सच किसी को कड़वा लग सकता है लेकिन हर समाज की हकीकत यही है, 25 वर्ष के बाद लड़कियां ससुराल के माहौल में ढल नहीं पाती है, क्योंकि उनकी आदतें पक्की और मजबूत हो जाती हैं अब उन्हें मोड़ा या झुकाया नहीं जा सकता जिस कारण घर में बहस, वाद विवाद, तलाक होता हैं बच्चे सिजेरियन ऑपरेशन से होते हैं जिस कारण बाद में बहुत सी बिमारी का सामना करना पड़ता है।

शादी के लिए लड़की की उम्र 18 साल व लड़के की उम्र 21 साल होनी चाहिए ये तो अब बस आंकड़ों में ही रह गया है। एक समय था, जब संयुक्त परिवार के चलते सभी परिजन अपने ही किसी रिश्तेदार व परिचितों से शादी विवाह बच्चो के बालिग होते ही करा देते थे, मगर बढ़ते एकल परिवारों ने इस परेशानी को और गंभीर बना दिया है। अब तो स्थिति ऐसी हो गई है, कि एकल परिवार प्रथा ने आपसी प्रेम व्यवहार ही खत्म कर दिया है। अब तो शादी के लिए जांच पड़ताल करना, और कोई नेगेटिव करें या न करें पर अपने ही खास सगे संबंधी ही रिश्ते वालों को नेगेटिव कर, बनते संबंध को खराब कर देते है।

 

उच्च शिक्षा और हाई जॉब - बढ़ा रही उम्र

 

यूं तो शिक्षा शुरू से ही प्राथमिक आवश्यकता रही है, लेकिन पिछले डेढ़ दो दशक से इसका स्थान उच्च शिक्षा या कहे कि कमाने वाली डिग्री ने ले लिया है। इसकी पूर्ति के लिए अमूमन लड़के/लड़कियों की उम्र 23-24 या अधिक हो जाती है। इसके दो-तीन साल तक जॉब करते रहने या बिजनेस करते रहने पर उसके संबंध की बात आती है। जाहिर से इतना होते-होते लड़के की उम्र तकरीबन 30 के इर्द -गिर्द हो जाती है। इतने तक रिश्ता हो गया तो ठीक, नहीं तो लोगों की नजर तक बदल जाती है। यानि 50 सवाल खड़े हो जाते है।

 

चिंता देता है उम्र का यह पड़ाव

 

प्रकृति के हिसाब से 30 प्लस का पड़ाव चिंता देने वाला है। न केवल लड़के-लड़की को बल्कि उसके माता-पिता, भाई-बहन, घर-परिवार और सगे संबंधियों को भी। सभी तरफ से प्रयास भी किए, बात भी जंच गई लेकिन हर संभव कोशिश के बाद भी रिश्ता न बैठने पर उनकी चिंता और बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, शंका-समाधान के लिए मंदिरों तक गए, पूजा-पाठ भी कराए, नामी विशेषज्ञों ने जो बताए वे तमाम उपाय भी कर लिए पर बात नहीं बनती। बिना किसी मीडिएटर के संबंध होना मुश्किल ही होता है - मगर कोई मीडिएटर बनना चाहता ही नहीं है। मगर इन्हें कौन समझाए की जब हम किसी के मीडिएटर नहीं बनेंगे तो हमारा भी कोई नहीं बनेगा। एक समस्या ये भी हम पैदा करते जा रहे है कि हम सामाजिक न होकर एकांतवादी बनते जा रहे है।

 

आखिर कहां जाए युवा मन?

 

अपने मन को समझाते-बुझाते युवा आखिर कब तक भाग्य भरोसे रहेगा। अपनों से तिरस्कृत और मन से परेशान युवा सब कुछ होते हुए भी अपने को ठगा सा महसूस करता है। हद तो तब हो जाती है जब किसी समारोह में सब मिलते हैं और एक दूसरे से घुल मिलकर बात करते हैं लेकिन उस वक्त उस युवा पर क्या बीतती है, यह वही जानता है। ऐसे में कई बार नहीं चाहते हुए भी वह उधर कदम बढ़ाने को मजबूर हो जाता है जहां शायद कोई सभ्य पुरूष जाने की भी नहीं सोचता या फिर ऐसी संगत में बैठता है जो बदनाम ही करती हो। 

 

पेरेंट्स की आसमान छूती ख्वाहिशें 

 

हर लड़की और उसके पिता की ख्वाहिश, से आप और हम अच्छी तरह परिचित हैं। बेटी का बनने वाले जीवन साथी का खुद का घर हो, कार हो, परिवार की जिम्मेदारी न हो, घूमने-फिरने आज़ादी और आज के ट्रेंडी दौर में अपडेट हो, कमाई इतनी तगड़ी हो कि बेटी के सारे सपने पूरे हो जाएं, तो ही शादी की बात बन सकती है।

 

क्यों नहीं सोचता समाज?

 

समाजसेवा करने वाले लोग आज अपना नाम कमाने के लिए लाखों रुपए खर्च करने से नहीं चूकते लेकिन बिडम्बना है कि हर समाज में बढ़ रही युवाओं की विवाह की उम्र पर कोई चर्चा करने की व इस पर कार्य योजना बनाने की फुर्सत किसी को नहीं है। कहने को हर समाज की अनेक संस्थाएं हैं वे भी इस गहन बिन्दु पर चिंतित नजर नहीं आती।

 

बौद्ध विवाह.कॉम : की पहल

 

बौद्ध विवाह.कॉम के माध्यम से अविवाहित लड़के/लड़कियों के विवाह हेतु योग्य बायोडाटा उपलब्ध कराया जाता है, जिसमे लड़के/लड़कियों का (कम्प्लीट बॉयोडाटा) आपको बड़ी ही आसानी से निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है, यह प्रयास सिर्फ़ जन-हित के लिए शुरू किया गया है, इसलिए आप सभी सम्मानित जनों से अनुरोध है कि, बौद्ध विवाह.कॉम की इस पहल पर समाज में चर्चा करें, ताकि लोग अपने सगे सम्बन्धियों के विवाह हेतु योग्य वर/वधु के लिए, हमारे द्वारा बताये गए वैवाहिक रिश्तों के संपर्क में आ सकें, इसे स्वार्थ न समझकर परोपकार समझ कर सहयोग करें


नोट: बौद्ध विवाह.कॉम से बायोडाटा कैसे प्राप्त करें, क्या है इसकी प्रक्रिया तमाम जानकारियोँ के लिए, कृपया हमें baudhvivah@gmail.com पर ईमेल करें, ई-मेल में विवाह/बायोडाटा से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछ सकते हैं, बौद्ध विवाह.कॉम की टीम के तरफ़ से आपकी पूरी सहायता की जाएगी, यह निस्वार्थ भाव से संचालन किया जा रहा है, इसका कोई भी शुल्क* नहीं इसलिए आप बेझिझक हमसे संपर्क कर सकते हैं।


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Why This Portal Was Created? What is its purpose? Let us understand in detail.!
 

Namo Buddhaya: Why the silence on increasing age of marriage: In fact, 25 to 35-year-old boys and girls are sitting singly in society, then why are they silent, today a serious problem of boys and girls sitting single has emerged in general in all societies. Has been Age is a reason for this.

But the problem has now gone much further than this because boys and girls between the age of 25 to 35 are also sitting unmarried. It is clear from this that age is not the only reason left for this problem. In such a situation, neither the doers of any society nor any relatives and relatives have an eye on the young dreams of boys and girls.

We Are Settled! What to do with others:

Our thinking has got entangled in what it means to us, of course, this truth may seem bitter to some but this is the reality of every society, after 25 years girls are not able to adapt to the in-law's environment, because their habits are fixed and They become strong, now they cannot be bent or bent, due to which there are debates, disputes, divorces in the house, children are born through cesarean operation, due to which they have to face many diseases later.

For marriage, the age of the girl should be 18 years and the age of the boy should be 21 years, now it is just left in the figures. There was a time when due to joint family, all the family members used to marry their own relatives and acquaintances as soon as they became adults, but an increasing number of nuclear families has made this problem more serious.

Now the situation has become such that the practice of nuclear family has ended mutual love behavior. Now, in the investigation for marriage, someone else may or may not do negative, but by making it negative, their own special relatives spoil the relationship.

Higher Education and Higher Job: Increasing age

Although education has been a basic need since the beginning, for the last two and a half decades, it has been replaced by higher education or say earning a degree. To fulfill this, usually, the age of the boy becomes 23-24 or more. When it continues to work or do business for two-three years, it comes to its relationship. Apparently, by the time this happens, the age of the boy becomes around 30. It is okay if the relationship is still this much, otherwise even the eyes of the people change. This means 10 questions arise.

This Stage of Age Gives Concern.

According to nature, the stop of 30 plus is worrying. Not only to the boy-girl but also to his parents, siblings, family, and close relatives. Efforts were also made from all sides, and things also worked out, but even after every possible effort, their concern increases further when the relationship does not work out. Not only this, he went to the temples for the solution of his doubts, got the prayers done, and tried all the remedies suggested by the famous experts, but nothing worked.

It is difficult to have a relationship without a mediator - but no one wants to be a mediator. But who will explain to them that when we will not become anyone's mediator, then no one will become ours either? We are also creating a problem that instead of being social, we are becoming reclusive.

Where Does the Young Mind Go?

For how long will the youth rely on luck while explaining and extinguishing his mind? Despised by loved ones and troubled by the mind, the young man feels cheated in spite of everything. The limit is reached when everyone meets at a function and talks with each other, but only he knows what happens to that youth at that time. In such a situation, even without wanting to, many a time, he is forced to step there where perhaps no decent man even thinks of going or sits in such a company that defames him.

Sky touching wishes of parents

You and I are well aware of the desire of every girl and her father. The life partner of the daughter should have her own house, and car, no family responsibilities, travel, and be updated in today's trendy times, be so strong that all the dreams of the daughter are fulfilled, only then your boy's marriage will be talked about. Can be made.

Why doesn't the intellectual society think

People doing social service today do not miss spending lakhs of rupees to earn their name, but the irony is that no one has the time to discuss the age of marriage of youth growing up in every society and to make an action plan on it. To say that there are many institutions in every society, and they too do not seem concerned about this deep point.

Initiative by: BaudhVivah.com

Eligible biodata is made available for the marriage of unmarried boys/girls through BaudhVivah.com, in which complete biodata of boys/girls is made available to you very easily for free, this effort is started only for the public interest.

Has been done, so all of you respected people are requested to discuss this initiative of BaudhVivah.com in the society, so that people, for eligible bride/groom for the marriage of their relatives, can contact the matrimonial relations given by us. If you can come in, don't consider it as selfishness and co-operate considering it as a charity.

Note: What is the process of how to get biodata from buddhvivah.com, please email us at baudhvivah@gmail.com, you can ask any question related to marriage/biodata via e-mail, buddhvivah.com You will be fully supported by the baudhvivah.com team, it is operated selflessly, at no fees*, so feel free to contact us.

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